नवीन के दोहे ----/---- नफ़स = पल , क्षण हर नफ़स ध्यान करू , नहीं करू उपवास । माला फेर ध्यान धरू , नहीं करू उपहास ।। छत्तीसगढ़ - महासमुन्द स्वरचित-प्रेमयाद कुमार नवीन N.ksahu0007@writer ©Premyad kumar naveen #doha #दोहा #नवीन_के_दोहे #छत्तीसगढ़_महासमुन्द #रचनाकार_प्रेमयाद_कुमार_नवीन