उसे आकर्षण समझ भूल जा जो भूल गया वादे सभी । रिश्ता था जो कभी प्यार का बतला उसे अब दोस्ती। वादे सभी प्यार के बन गए सब सपने। सपनो का वो राही मुड़ चला अब राह दूसरी। ©Kusum Rawat #राहीप्यारके #booklover