मजहबी मोहब्बत वो मस्जिद मे बैठी, मैं मंदिर में बैठा हु वो मोलवी की बेटी हैं , मैं पुजारी का बेटा हु मैं मुख मंत्रोच्चारण करने वाला , वो नमाज़ पढ़ने वाली है मैं राम राम कहने वाला , वो अल्लाह का नाम लेने वाली है मैं कुरान पढ़ु या दु उसे गीता का ज्ञान होली वो मनाए या मैं मनाऊ रमज़ान पहली दफा बस आँखो को देखा था क्युकी वो बुरखे मे आती हैं जब जब गुज़रता उनकी गलियो से वो शोहर के नाम से बुलाती हैं ज़िद परिवार से मिलने की है....मैं भर दु क्या हामी क्या शोहर बनूगा मैं उसका , या बन के रह जाऊगा मैं स्वामी #HalfNotebook #Love #majhabi #Mohabbat #Nojoto