मानवीय कर्तव्य वह है जो आप निःस्वार्थ भाव से दूसरों के भले के लिए करते हैं, अर्थात जिस कार्य में आपकी भावनाएं व प्रयोजन, केवल दूसरे जीवों की सहायता करना होता है, अपने भले के लिए नहीं.. क्योंकि स्वार्थपूर्ण कार्य कर्तव्य नहीं भोग होता है भाई दूज की हार्दिक शुभकामनाएं #भैयादूज