उसने पूछा ,तुमने ऐसा क्या पाया है? जो अक्सर तुम ख़ुश ही रहते हो? मैं बोला, आओ मैं तुमको इन खुशियों का राज़ बताऊँ कभी नहीं बतलाया किसी को, तुमको लेकिन आज बताऊँ पहले कुछ मेरे सपने थे इन सपनों में कुछ अपने थे, ये सपने खुश थे मैं खुश था, इनका ग़म मेरा ही ग़म था, दुनियाँ की परवाह नहीं थी ख़ुद की कोई फिक्र नहीं थी, इन सपनों को पूरा करने, ख़ुद को यूं मजबूर किया था इन सपनों की खातिर मैंने, ख़ुद को ख़ुद से दूर किया था, अब मैं मस्त मलंग फिरता हूँ जाने क्या करता रहता हूँ, इन सपनों को मार दिया है अब ख़ुद पर हँसता रहता हूँ.. ©Shivam Mishra after a long time .. something for you my lovely friends. plz do your valuable comments. #steps #Love#life#uh #Poetry#broken #nojotohindi2020 #nojoto🖋️🖋️ #Shivam_mishra