.................... ©Prashant Shakun "कातिब" 😍😍♥️😍😍 पर्दे के पीछे से ये झाँकती आँखें निहारती हमें ये काँपती आँखें जन्नत मैं देखता हूँ जब भी देखूँ इनमें सैर जन्नत की कराती आपकी आँखें