चाय सिर्फ़ चाय ही नहीं होती...जब कोई पूछता है "चायपियेंगे..?"तो बस नहीं पूछता वो तुमसेदूध ,चीनी और चायपत्ती को उबालकर बनी हुई एक कप चाय के लिए।वो पूछता हैं...क्या आप बांटना चाहेंगे कुछ चीनी सी मीठी यादें कुछ चायपत्ती सी कड़वीदुःख भरी बातें..?वो पूछता है..क्या आप चाहेंगे बाँटना मुझसे अपने कुछअनुभव ,मुझसे कुछ आशाएंकुछ नयी उम्मीदें..?उस एक प्याली चाय केसाथ वो बाँटना चाहता हैं..अपनी जिंदगी के वो पलतुमसे जो "अनकही" है अब तक वो दास्ताँ जो "अनसुनी" है अब तक वो कहना चाहता है..तुमसे ..तमाम किस्से जो सुना नहीं पाया अपनोंको कभी..एक प्याली चायके साथ को अपने उन टूटेंऔर खत्म हुए ख्वाबों को एक और बार जी लेना चाहता है।वो उस गर्म चाय के प्याली के साथ उठते हुए धुओँ के साथ कुछ पल को अपनीसारी फ़िक्र उड़ा देना चाहत इस दो कप चाय के साथ शायद इतनी बातें दो अजनबी कर लेते हैंजितनी कहा सुनी तो अपनों के बीच भी नहीं हो पाती। तो बस जब पुछे कोई अगली बार तुमसे चाय पियेंगे..?"तो हाँ कहकर बाँट लेना उसके साथअपनी चीनी सी मीठी यादेंऔर चायपत्ती सी कड़वी दुखभरी बातें..!!चाय सिर्फ़ चाय ही नहीं होती..... #NojotoQuote