#OpenPoetry .................... ये है चिन्मया परिवार .................... ---------------------------------------------------------- ये है चिन्मया परिवार, ये है चिन्मया परिवार जिनके उच्च - विचारों से तर जाता है सारा संसार।। ये है चिन्मया परिवार ..... जीवन का दर्शन सिखलाए, मन के सारे द्वंद्व मिटाये गीता, वेद और उपनिषदों का जो सारतत्व समझाये मानों जीवन की गहराई पर फलते हों शुद्ध - विचार ये है चिन्मया परिवार ..... प्राचीन - अर्वाचीन मिलाकर, प्राची और प्रतीची पाकर गुरुजन ज्ञान बाँटते प्रायः, हम सब शिष्यों को समझाकर जैसी उत्तम - प्रकृति यहाँ कि वैसे ही शिक्षक का प्यार ये है चिन्मया परिवार ..... जीवन क्या है वही बतायें, स्वामी जी शुभ - राह दिखाएँ चिड़िया चहकें, कोकिल कूँकें, मद्धम धीमी बारिश आये ऐसा दिव्य, मनोहर, पावन है ये शंकर का घर - द्वार ये है चिन्मया परिवार ..... हिल - मिलकर रहते हैं सारे, प्यारे बच्चे सभी यहाँ रे जैसे उपवन में हों फूल, कई तरह के न्यारे - न्यारे सुन्दर - धरती पर ये स्वर्गरूप है ईश्वर का उपहार ये है चिन्मया परिवार, ये है चिन्मया परिवार जिनके उच्च - विचारों से तर जाता है सारा संसार।। ये है चिन्मया परिवार ..... नीलेन्द्र शुक्ल " नील " #Poetrywithneel