जल से है भू पर हरियाली,जल वृक्षों की जान है। जल से है फल,फुल और कलियाँ,जल हरित वरदान है।। जल से है खेतों की रौनक,जल फसलों की प्यास है। जल से है किस्मत कृषकों की,जल बिन कृषक उदास है।। जल से है गंगा की कीमत,जल जमुना की शान है। जल से है क्षिप्रा लहलाती,बिन जल सब सुनसान है।। ...अजय 'निलय'... #priyajaynilay