इश्क़ और बनारस तुम्हारी शरारती आंखों में गंगा सी गहराई है, तुम्हारी इन बाहों में बनारस की घाट सा सुकून है। वो तुम्हारी बातों में बनारसी पान सी मिठास है, तुमसे हुई हर नोक–झोंक में एक अलग सा जुनून है। होते होंगे वो शहर जहां मशहूर लैला मजनू का इतिहास है, हमारे यहां बनारस के प्रेम में शिव–पार्वती सा विश्वास है। यूंकि बनारस का इश्क़ से एक अलग ही नाता है, जो यहां आता है उसे तो बनारस से ही इश्क़ हो जाता है। शायद उनके लिए मेरा इश्क़ थोड़ा आम सा है, मगर उनका इश्क़ मेरे लिए बनारस की शाम सा है। इश्क़ और बनारस full poetry out now... Enjoy this and comment also.. #original #anmols #banaras #banarasiishq #banarasi_ishq #banarasi_writes #banarasiya #banarasiyaa