मैं राह में सब्र का बाँधता चला गया, आसमान में उसूलों की चादर तानता चला गया "हिमांश" जो आज है अनंत में खड़ा हुआ, वो ज़िन्दगी की सच्चाई को पहचानता चला गया॥ #Dullness #infinite #upsc_aspirant #Upsc_aspirants #अनन्त_का_सफ़र