होश नहीं अब जरा सा भी, इश्क में उसके ऐसी मदहोश रहती हूं| कद्र नहीं जरा सी भी मेरे प्यार की उसे, के उस बेकदर के प्यार में मैं कैसे जीती हूं| कुछ भी ना अब याद रहें,सबकुछ भूल जाती हूं, प्यार का उसके नशा ऐसा,होश में कहां रह पाती हूं| सुकून नहीं जरा सा भी,ना ही आंखों को नींद भाती हैं, तड़पती रहती हूं यादों में,रातों की नींद भी उड़ जाती हैं| ©Yogesh Ambawale #प्यार_का_एहसास #लव_फीलिंग #इश्क_में_तेरे #lovequote #प्यार_में #yogeshambawale #मेरा_इश्क़ होश नहीं अब जरा सा भी, इश्क में उसके ऐसी मदहोश रहती हूं| कद्र नहीं जरा सी भी मेरे प्यार की उसे, के उस बेकदर के प्यार में मैं कैसे जीती हूं|