नफ़रतों के बाजार में प्यार करने निकला हूँ कितना पागल हूँ मैं दुश्मनों के साथ निकला हूँ तुम मुझे देखों जरा क्या हो रहा हैं मेरे साथ जो तुम भूल गये तो बेगानों के साथ निकला हूँ कितना बदनसीब हूँ मैं तुम देखो मुझे जरा तुम साथ नहीं दिये तो अनजानों के साथ निकला हूँ बड़ा मजा आ रहा हैं अब मुझे इस हाल में देखकर बहुत कम लोग हैं इसलिए अपनों के साथ निकला हूँ क्या क्या सपने देखे थे मिलकर जब हम दोनों आरिफ इतना मजबूर नहीं परवानों के साथ निकला हूँ #NojotoQuote नफ़रतों के बाजार में प्यार करने निकला हूँ कितना पागल हूँ मैं दुश्मनों के साथ निकला हूँ तुम मुझे देखों जरा क्या हो रहा हैं मेरे साथ जो तुम भूल गये तो बेगानों के साथ निकला हूँ कितना बदनसीब हूँ मैं तुम देखो मुझे जरा तुम साथ नहीं दिये तो अनजानों के साथ निकला हूँ