apna pariwar ना जाने क्यों अब हम बिछड़ने लगे अब तो अपने भी पराए लगने लगे। जो हमारे लिए अहम थे , उन्हे अब हम याद आया नहीं करते। और जिनके लिए हम अहम हुआ करते थे , वैसे लोग अब कहां?? सोचा करते थे कभी बचपन में अक्सर, अपनों को अपनी ही खुशी में शामिल होने का न्यौता नहीं दिया जाता , पर अब अपनों के पास अपने जैसा वक्त ही कहां? किसको कहूं मैं अपना , और कौन है पराया । ये भी तो एक जंग सी है।। आज घर में खुशहाली आई है । मेरी अपनी बहन दुल्हन बनने वाली है ।। और मेरे अपनों ने अपनी खुशी में न आने के बनाए हजार बहाने है । सोचती हूं क्या ऐसा ही होने वाला अब है । क्या सच में छोटी होगी दुनिया , छोटा है मेरा परिवार ?? कभी गर्व से कहा करती थी , परिवार है मेरा बहुत बड़ा , अब दिखते नहीं वो लोग यहां। हां, है मेरे अपने परिवार के अहम सदस्य अब भी यहां । हां अब भी मेरे परिवार के लोगों ने ही , ली है जिम्मेदारी इस शादी की ।। पर कुछ लोगों के न आने से , परिवार क्यों लगता अधूरा सा है । क्यों लोगों ने इस शुभ शादी में भी हमसे है बैर निकली। क्या कहूं मैं अब ?? लगता है अब इस तरह छोटा होने वाला है मेरा परिवार।। परिवार मेरा जो था बड़ा , अब छोटा लगने लगा है ।। ©Listener's hut #apna #apnapariwar #apna_pariwar #apnaparaya #apnapan #wakt #jimmedari #shadi