सुनो, थोड़ा पुराने ख्यालों की हूं मैं, तुम्हें मुझसे मिलना हैं तो, वादा करने के इरादे से नहीं, निभाने के इरादे से आना! साथ चलने के लिए कदमों को फिर साथ मे बढ़ाएंगे, मिलना तब तुम मुझसे जब मुझे जानने की ख्वाहिश हो तुम में, शर्त ना रखना कोई हमारे रिश्ते में, क्योंकि शर्तो से नहीं प्यार से निभाए जाते है रिश्ते! #दिव्या ©Divya Bhandari #morningcoffee