बच्चपन में जब TV on करता था तो चित्रहार, शक्तिमान या पुरानी कोई फिल्म या एक ही न्यूज चैनल देखने को मिलता था पर आज जब भी TV on करते हैं तो बस राजनीति ही राजनीति दिखती है सब बटे हुए दिखते हैं सब बट गए राजनीतिक पार्टियों में और जो रह गए उन्हे जातियों और धर्मों के आधार पर बाँट दिया गया देश ही नहीं पुरी दुनिया का यहीं हाल हैं शायद जो हमने पढ़ ,सुन रखा हैं कि दुनिया का अंत होगा हम सब उसी अतं की ओर चल पड़े हैं एक ऐसे अंत की तरफ जिसे चाह कर भी कोई रोक नहीं सकता और फिर जब इस अतं के बाद कोई नई दुनिया बसेगी तो उस दुनिया में ये पढ़ाया जाएंगा की किस तरह इस दुनिया का अतं मानव ने अपने स्वार्थ के लिए, राजनीति ने कर दिया था और यही सच भी होगा ...एक कड़वा सच..✍✍#दिपकमल #सच #हैं #ये #इस #दुनिया #का #अतं #हैं