हर याद में तुम याद आती हो, हर बात में तुम याद आती हो, मिलने को हर पल करता है ये दिल ,पर एक सपना बनकर तुम रह जाती हो, बहुत बार ये दिल करता है, तुम्हारी गोद में सर रखकर सोने का, पर फिर तकिए को तुम समझकर सो जाता हूं, पहले मेरी आंखो में तुम एक आंसू न देख पाती थी, पर अब कैसे तुम रोते हुए सोता तुम देख पाती हो, हर याद में तुम याद आती हो, हर बात में तुम याद आती हो। कल बात तुम बिना कहें समझ जाती थी, आज क्यों कहने पर भी अनजान बनकर रह जाती हो, सब कहते हैं वो जहां भी है, तुम्हे देख रही है, पर फिर भी खुद को मुझसे मिलने से कैसे रोक पाती हो, क्या अब मेरे आंसू तुम्हे दिखते नहीं, या मेरा तुम्हारे लिए तड़पना तड़पना नहीं जो तुम लौटकर ना आती हो, हर याद में तुम याद आती हो, हर बात में तुम याद आती हो। एक पल भी अपनी नज़रों से मुझको दूर ना करने वाली तुम, अब मेरे बिन तुम कैसे रह पाती हो, क्या इतना बुरा हूं मै, जो तुमको मै याद भी न आता हूं। क्यों इतने दूर चले गए तुम की कभी लौट के भी न आ पाती हो, हर याद में तुम याद आती हो, हर बात में तुम याद आती हो। #love#breakup#sad#thought#poetry#hindi#nojotohindi#SaturdayFeelings#deepfeelings