इतना अजीब सवाल था उनका जो हमे चुप से हो गए वो खुद को फूल ओर हमे पत्तर कहे गए इतना न चाओ किसी को जो वो बेबफा हो जाये जब टूट ता दिल किसी का तो यही आँखो से आँसू निकल आते है ए कोई खेल नही ,,, जो सीसा समाज कर तोर्ड दिए,,, #মৌসুমি সিংহ রায়