तुम कहते हो इक ख़त लिख दो मैं कहती हूँ आँखें पढ़ लो... तुम कहते हो ख़्वाबों में मिलो मैं कहती हूँ नींद आए तो... तुम कहते हो तरसती हैं आँखें मैं कहती हूँ बरसती हैं आँखें... तुम कहते हो किस बात का डर मैं कहती हूँ अभी बाकी है सफ़र.... #lovepoetry #loveconversations #yqdidi #imagesourcegoogle