मेरे छोटे से सपने तार तार हो गए कहर ऐसा ढाया बेरोजगार हो गए अब घर भी जाता हूं तो दीवारें नोचती हैं बच्चों को देखकर शर्मसार हो गए कब आयेगा साथ कब होगा विकास यही सोच सोच कर बेज़ार हो गए रूहदार #पागल_कलम #राष्ट्रीय_बेरोजगारी_दिवस #प्रधानसेवक_जन्मदिन ❤️हार्दिक शुभकामनाएं ❤️ मेरे छोटे से सपने तार तार हो गए कहर ऐसा ढाया बेरोजगार हो गए अब घर भी जाता हूं तो दीवारें नोचती हैं बच्चों को देखकर शर्मसार हो गए कब आयेगा साथ कब होगा विकास यही सोच सोच कर बेज़ार हो गए रूहदार #पागल_कलम