कुछ दरिंदे अपनी हवस मिटाने के लिए किसी मासूम की इज्ज़त को तार-तार करने में अपनी मर्दानगी समझते हैं, दरिंदों के लिए जिस्म महज हवस मिटाने का जरिया है जिसके लिए कभी कभी उन्हें थोड़ी सी सजा मिल जाती है और कभी सबूतों और गवाहों की अनुपस्थिति में बेदाग छूट जाते हैं जिसका वो गम भी नहीं करते परंतु उस मासूम की आबरू पर जिंदगी भर के लिए पानी फेर देते हैं और इस बात का उन्हें एहसास भी नहीं होता है। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_277 👉 आबरू पर पानी फिरना मुहावरे का अर्थ ---- प्रतिष्ठा बर्बाद होना। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।