तुमसे बात ज्यों ख़ुद से बात जैसे हो जन्मों का साथ धूप हो चाहे या बरसात दुख भी आ जाए सहना साथ हमेशा ही रहना प्रेम मे ज्यों बसता अनुराग ज्यों सरगम में छिपे हैं राग और तपस्वी में बैराग रगों में मेरी यूँ बहना साथ हमेशा ही रहना कोई दूरी करे न दूर प्रेम पे अपने रहे गुरूर हर बाधा हो नामंज़ूर राज़दार बन कर रहना साथ हमेशा ही रहना #अंजलिउवाच #YQdidi #साथ #दूरी #ग़ुरूर #प्रेमगीत #राज़दार