यह धरा है दुल्हन इसे दुल्हन रहने दो चिड़ियों को चहकने ने दो फूलों को महकने दो इसके होने से तेरा अस्तित्व सलामत है ना लालच में आकर इस मन को बहकने दो #environment day #prashantsharma