इस निर्लज्ज ज़माने में न कहो कुछ भी न किसी को कुछ अपनी सुनाओ ये दुनिया किसी की नही सुनती इससे अच्छा है यही के चुपचाप गुज़र जाओ, क्या हासिल होगा और क्या बदलेगा, ये खुद भी मालूम नहीं कि क्या सुधरेगा, इससे अच्छा की चुप चाप रह कर खुद सुधर जाओ, हां ये दुनिया सुनती किसी की नहीं सुनती, इससे अच्छा है कि चुप चाप गुजर जाओ, #yqbaba #yqsayri #कहानी #कहानीसोरहीहै #किरदार #समाज #परिवार #quarantine