धन्य ज्योतिबा, सावित्री फुले। आपके संघर्ष को कभी ना भूलें।। बहुत दुख पीड़ा, अपमान सहा आपने। महिलाओं में शिक्षा की,अलख जगाई आपने।। धारा के विपरीत जाकर, की पढ़ाई आपने। रोक टोक लांछन, लगाया इस समाज ने।। अभद्र टिप्पणी छींटाकशी, गोबर लगे डालने। सब कुछ सह कर भी, मुकाबला जीता आपने।। धीरे-धीरे बढ़ता गया, यह कारवां आपका। महिलाओं में जागृति, प्रयास लाया आपका।। दो से चार, चार से दस, संख्या बड़ी हजार में। महिला शिक्षा का अभियान, दौड़ पड़ा घरबार में।। झोपड़ी से स्कूल, स्कूल से कॉलेज, लाई सावित्री मां। शोषित पीड़ित महिलाओं में, क्रांति लाई सावित्री मां।। दहेज बाल विवाह रूढ़िवाद का, विरोध किया आपने। विधवा विवाह महिला मुक्ति, अभियान चलाया आपने।। आडंब पाखंड छुआछूत का, विरोध जताया आपने। करोड़ों महिलाओं का, जीवन संवारा आपने।। ऐसा विश्वास ऐसा आदर, पति पत्नी के बीच में। स्वर्ण अक्षरों में नाम लिखा है, भारत के इतिहास में।। प्रथम महिला शिक्षक अपनी, मां सावित्री फुले है। प्रभु दयाल संघर्ष आपका, हम कभी ना भूले हैं । #christmascelebration #सावित्रीबाई_फुले #सावित्री ,#सावित्रिबाई