खवाब कुछ ऐसे देख लिए हैं मैनें जो सोने नहीं देते मुझे... मज़बूरी कुछ ऐसी है मेरी जो खुलकर रोने नहीं देते मुझे... #प्रज्ञा के कलम से 😊