#OpenPoetry क्या खरीदोगे ! ये बाजार बहुत महँगा है प्यार की जिद ना करो ये प्यार बहुत महँगा है.... चाहने वालों की आजकल एक भीड़ लगी रहती है आपका दीदार बहुत महँगा है...... इश्क में वादा निभाना कोई आसान नही करके पछताओगे इकरार बहुत महँगा है.... आज तक तुमने खिलौने ही खरीदे होंगे दिल है,ये दिल मेरे सरकार बहुत महँगा है.... देके ताज और हुकुमत भी खरीदा ना गया आज मालूम हुआ ये प्यार बहुत महँगा है..... हम सुकून ढूँढने आये थे दूकानों में मगर फिर कभी देखेंगे इस बार बहुत महँगा है.... ये प्यार बहुत महँगा है..... #Anku Arya....