बिजलियों पे बिज़ली कौन गिरा सकता है ! हसीनाओ को कौन सता सकता है !! कुछ हठ और गुस्सा हमें वो बना सकते हैं जो हम नही हैं... फिर उसके पीछे घूमो और घूमो ... तब तक हमारी जरूरत की हर चीज हमसे दूर हो जाएगी... हम कितनी भी तपस्या कर लें, वह हमें कभी वापिस नहीं मिलेगा... तो वसीयत को दूर मत धकेलो! അക്ഷരക്കൂട്ടിന്റെ തനിമയിലേക്ക് സ്വാഗതം,