कौन कम्बखत किस को याद करता है अब, मुस्किल भरे पल में जो काम आ जाए , क्या वो तभी सच्चा दोस्त कहलाता है, परखने चलते हैं हम इंसानों को, सिर्फ और सिर्फ अपनी जरुरत के अनुसार, कभी बेवजह ही किसी को तंग कर के हाल चाल पूछ लिया करो यारों, शायाद कोई आपके इतंजार मे कहीं और बैठा है, कभी दो पल निकाल कर उस के साथ भी हंस लिया करो यारो, ज़िंदगी में पता नही दोबारा मिलेंगे या नही, कम से कम उसका ही ख्याल कर के मुस्करा लिया करो यारों, हो सके तो कभी अपनी खुशीयाँ दूसरों में भी लुटा दिया करो यारों । कौन कम्बखत किस को याद करता है अब। अनुकरण कौन कमबख्त किस को #कौन कमबख्त किस को