"ग़ज़ब सी दुनिया लघु कथा " अनुशीर्षक में पढ़े कुछ नया पाने को, कुछ अपने को बनाने को निकल गया "राम" आज अपने गाँव से वह शहर को पहुँच गया । शहर में बड़े-बड़े घर, बड़ी-बड़ी मंजिलें देख आश्चर्यचकित हुआ । शहर का नजारा कुछ और ही था गांव से भिन्न ,भीड़ भाड़ वाली सड़कें व्यस्त लोग। चलते-चलते राम बहुत थक गया था और उसे प्यास भी बहुत लगी थी । उसने दुकान वाले को पानी पिलाने के लिए कहा ? दुकान वाले ने पानी का जग ना देते हुए, उसे फ्रीज से पानी की बोतल निकाल कर दे दी और उसके पैसे मांगने लगा । रामफल सोच में डूब गया और अगले पल उसने पैसे दिए और पानी की बोतल ली । पानी पीकर वो वहां से चला। वह सोचने लगा वाह री दुनियाँ, अब किसी को तुम पानी नहीं पिला सकते हैं पानी भी अनमोल हो गया। पानी पिलाना तो सबसे बड़ी धर्म का काम और तुम उसी धर्म के पैसे लेते हो। तभी एक गाड़ी ने कीचड़ उसके कपड़ों पर गिरा दिया, राम के कपड़े खराब हो गए। वो गाड़ी वाला बिना क्षमा मांगे चला गया राम परेशान हो गया फ़िर से सोचने लगा, कि पूरी दुनिया ही बदल गई है। चारों तरफ सिर्फ स्वार्थ का बोलबाला है, किसी के पास किसी के लिए वक़्त नहीं है । धर्म भी अब स्वार्थपूर्ण हो गया । अजब दुनिया और गजब कारनामे । #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #विशेषप्रतियोगिता #गजब_दुनिया_का_अजब_खेला #kkpc19 #stories #shortstory