रिश्ते जो भी हो निभाने पड़ेंगे, इन्हें उम्मीदों के बोझ भी उठाने पड़ेंगे, हाल-ए-वतन कुछ यूं है के बेटियों को हंसाने में ज़माने लगेंगे..... #रिश्ते #निभाने #उम्मीदें #बोझ #हालात_ए_वतन #हंसाने #ज़माने