न रूकेंगे ये कदम न झूकेंगे हम, फौलादी है ये सीना न टूटेंगे हम।। राह हो मुस्किल या चढना पड़े पहाड़, फिर भी कभी न मानूंगा हार।। वक्त की मार सह लूंगा, भूखे पेट भी रह लूंगा।। जान भी दे दूंगा फिर भी अपने लक्ष्य से न हटूंगा।। मेरे हौसलों को तोड़ न पायेगा कोई, चाहे चुनवा दे क्यों न दीवार में कोई। ##हौसला # ##दृढ संकल्प ##