आँखों के सामने धुंध सी छा रही थी । आगे राह नज़र ही नहीं आ रही थी । पैर ठिठक गए थे , आगे कदम बढ़ते ही नहीं थे। दूर से कोहरे के पीछे छिपी रोशनी पास आती कभी दूर जाती प्रतीत हो रही थी ।ऐसे अनुभव हो रहा था कि मानो मैं परलोक सिधार गई हूँ और स्वर्ग- नर्क के दोराहे पर खड़ी हूँ। तभी मैंने अपना फेसमास्क उतार कर पर्स में रखा ।फिर चश्मे को अपनी सूती कुर्ती के कोने से साफ करके पुनः नाक पर बिठाया । अब सब साफ नज़र आया । दोनों तरफ से आती कारों ने रोड पार करना मुश्किल कर दिया है इसलिए मैंने पहले बाएं देखा फिर दाँये देखा फिर झट से सड़क पार कर ली । मास्क, चश्मे और बारिश का मौसम !! #कोरोना #चश्मे #फेसमास्क #spectacles #mask_spectacles #rain