*जिंदगी सफ़र है ठिकाना नहीं* जिंदगी में सफ़र है रूकने का नाम ठिकाना फिर चलते जाना चलते जाना सफ़र है जिंदगी की जो कट जायेगी सफ़र है जिंदगी की जो बंट जायेगी सफ़र है जिंदगी की जो छट जायेगी सफ़र है जिंदगी की जो रूक जायेगी सफ़र है जिंदगी की जो रूठ जायेगी सफ़र है जिंदगी की जो कैद हो जायेगी सफ़र है जिंदगी जो भक्ति में लीन हो जायेगी सफ़र है जिंदगी जो दोस्ती निभा जायेगी सफ़र है जिंदगी जो रिश्ते निभा जायेगी ©Ashish Dwivedi #kavita #Vichardhara #sayari #Gulzarsahab #Isolated