उस व्यक्ति को स्वरूप कितना अद्भुत होगा.. जिसकी तारीफें लोग उनके सामने नहीं बल्कि उनके पीठ पीछे करते हैं.. 'ऐसा व्यक्तित्व बना पाना' उनलोगों के बस में नहीं, जो स्वार्थ की चादर लपेटे रहते हैं और चेहरे पर अच्छाई का नकाब ओढ़े रहते हैं। ©kalpana srivastava #vyaktitwa #IFPWriting