बड़ी मिन्नत से बड़ी मुद्दत से ओ अनजान मिले हो तुम आखिर तुम कहां थी गुम ? आखिर में कहां था गुम। ? अनजान डगर,अनजान सफर पर अनजान मिले हो तुम अनजान थे अनजान रहे फिर इकरार के अंज़ाम से अनजान सब जान गए हो तुम हैरान हूं मै हैरान हो तुम ये फलसफा आखिर बना कैसे ? फलसफा #sudhirtanwar #sudhirpoetry #twostanger #Meet