दिल की किताब में तुम्हारे नाम के पन्ने हैं सारे, कुछ बात तो है, तुम्हें शायद अच्छा ही नहीं लगता हमें यूँ पढ़ना,कुछ बात तो है। लिखें हैं वो लम्हे, जो गुज़ारे हैं तुम्हारी यादों के साथ इंतज़ार में, तुम्हें शायद अच्छा नहीं लगता हमें वक़्त देना, कुछ बात तो है। बताओ तो ज़रा कोई ऐसा पल, जब समझी ना मजबूरी तुम्हारी, तुम्हें शायद अच्छा नहीं लगता अपनों में गिनना,कुछ बात तो है। देखो तुम किताब की सारी तहरीरों को,पसंद ना आए तो कहना, तुम्हें शायद अच्छा नहीं लगता है हमारा सुनाना,कुछ बात तो है। कोई बात नहीं 'धुन' आदत है हमें तो दिल की दिल में रखने की, तुम्हें शायद अच्छा नहीं लगता है हमें संभालना,कुछ बात तो है। Rest Zone आज का शब्द - 'किताब' #restzone #rzmph #rzmph10 #sangeetapatidar #ehsaasdilsedilkibaat #yqdidi #poetry #किताब