कम हो जाते हैं लम्हें ग़म के ज़िन्दगी मेरी मुस्कुराती है। सुप्रभात। दोस्ती का दिन और दोस्ती दोनों बहुत बहुत मुबारक हों। लाख धोखा खाने के बाद भी दोस्ती और दोस्त की अहमियत कम नहीं होती। एक रचना अपने दोस्तों के नाम लिखें। #ऐदोस्त #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi