शर्तें लगाई जाती नहीं दोस्ती के साथ, कीजे मुझे कुबूल मेरी हर कमी के साथ ।। किस काम की रही ये दिखावे की ज़िन्दगी, वादे किए किसी से,गुजारी "किसी" के साथ !! #ZindgiShayri #LoveShayri