नफरत की आग आँखों में है जो इश्क़, छिपाऊ मैं कैसे नफरतों की आग सुलगाऊ मैं कैसे रिश्ता था जो बाकी, कत्ल कर दिया उसका यादो पे खंजर चलाऊ मैं कैसे #नफ़रत_की_आग #shayari