बाहों के झूले में आज फिर से सुलाओ ना थपकियाँ दे देकर आज फिर से जगाओ ना माथे पर प्यारी सी झप्पी फिर से दे जाओ ना मीठी सी आवाज़ में फिर से कुछ सुनाओ ना पहले की तरह मुझे अब भी सबसे बचाओ ना "माँ" आँचल के अम्बर में फिर से छुपाओ ना #पुलकी