White डूबती शाम को पैगाम दिया तारों ने रात अकेली नहीं हम भी शुमार है बेकारों में भोर में सज धज कर फिर आना सूरज की लाली जब दबे पांव निंदिया जाए पलकों की खोल किवाड़ी बबली गुर्जर ©Babli Gurjar #सूर्यास्त