मम्मा ,मम्मा मुझे तुमसे कुछ कहना है, मम्मा, मम्मा तुम सुन रहे हो ना, मेरी आवाज को मम्मा मुझे तेरी ममता के आँचल में रहना है, मम्मा,मम्मा तुम सुन रहे हो ना, मम्मा, मुझे तेरी फ़ूल सी गोदी में खेलना है। मम्मा तुम सुन रहे हो ना, मम्मा मुझे अपने से कभी अलग मत करना, मुझे अपनी परछाई में छिपाकर रखना। मम्मा ,मैं जीना चाहती हूँ, तेरी ख्वाइश को पूरा करना चाहती हूँ। मम्मा, तुम सुन रहे हो ना, मम्मा देखो कुछ जानवर मुझे कांट रहे हैं, मम्मा मुझे बचा लो ना मम्मा मेरे शरीर को नश्वर बना रहे हैं, मम्मा तुम सुन रहे हो ना। मम्मा तुम सुन रहे हो ना।-कपिल बिष्ट मम्मा, तुम सुन रहे हो ना।।