तुम अनजान मुझसे, मैं खुद से अनजान हुए बैठा हूं। क्या कहूं शब्दो के खेल में, जज्बातों का कब्रिस्तान लिए बैठा हूं। (खोदो आहिस्ता से जिन्दा अहसास दफ़न है यहां) #अनजान #कब्रिस्तान #ज्जबात #yqmissing #yqfeelings