गुनाह हर कोई गुनहगार है यहां,, कोई कातिल है किसी के सपनो का,, कोई कातिल है किसी की मोहब्बत का,, कोई कातिल है किसी की खूशी का,, कोई कातिल है किसी के सांसो का,, #गूनाह#कातिल#nojoto #openpoetry