दैहिक वृत्तियों में फँसा जीव, वैसा ही है, जैसे, हरियाली देख जलकुंम्भी में फँसा मृग, दोनों ही मुक्त होना चाहते है, पर बंधन काटने में असमर्थ । #yqdidi #हिंदीqoutes #आद्यातमिक #spiritualityquotes #वृत्ति #विष्णुप्रिया #मुक्ति