आज भी संभाला है उस सूखे गुलाब को आज भी निहारा है उस प्यार की अंघुठी को आज भी तेरे इंतज़ार में राहों में चले जा रहे है वक़्त को भी इंतजार मानकर बस थामे जा रहे है ©Bhanu #वक्त_को_भी_इंतजार_बनाकर_बस_थामे_जा_रहे_है