आजकल ख़ुद को वो, न जाने क्यों आईने में इतना निहारा करती है अकेली हो कर भी, न जाने क्यों इतना मुस्कुराया करती है "हिमांश" क्या-क्या ख्याल है उसको, मुस्कुराने के लिए या फिर किसी गैर(जो उसके लिए अपना है) के ख्वाबों में खो जाया करती है॥ आजकल ख़ुद को वो, न जाने क्यों इतना निहारा करती है... (क़भी देखना ख़ुद को मेरी नज़रों से) ©Himanshu Tomar #कशिश #निहारना #herself #girl