लिखती इसलिए हूँ, क्योंकि उम्र छोटी है और यादें बहोत सारी! दोस्त कम हैं और बातें बहोत सारी।! निराशा भी हैं पर उम्मीदें बहोत सारी! दिल एक ही है और ख्वाहिशें बहोत सारी! ज़िन्दगी मुक्कम्मल नहीं, कमियाँ हैं बहोत सारी! वजह ढूंढती हूँ अगर, कि क्यों लिखती हूँ? वजह नज़र कोई नहीं आती पर वजह हैं बहोत सारी! बस इसीलिए लिखती हूँ!! Challenge accepted Rishi Arya #tried #लिखती#इसलिए#हूँ #lih #YQbaba #YQdidi #tpd