जो कुछ लिखू उनको थोड़ा कम-सा है इज़हार न करू तो ग़म-सा लगता है, बस,शर्माता हूँ जमाने कि उन बंदिशों से, जिनकी तारीफ़ करने से मन को डर-सा लगता है, ©Satwik mishra #इज़हार_ए_मोहब्बत #बंदिशों_का_पाश #तारिफ़ #प्यार इज़हार इंतजार #नोजोतोहिन्दी ,#writer by #SatwikMishra #Star